गांव के मनसे अपन माटी के मया म बँधाएं रथे, सुघर चित्तरण सहित शिक्षा प्रद – NNSP
बिलासपुर 01 जून 2024
रायपुर।छत्तीसगढ़ी के परिवारिक फिलिम मोर छइयां भुईया भाग दू 24 बछर के लम्बा अगोरा के बाद टाकीस म रिलीज होइस जाहिर से बात हे अतेक अगोरा के बाद आय हे अउ कुछ नवा पन संजोय ये फिलिम ला लेके निर्देशक सतीश जैन जी के दिमाग़ म ये फिलिम ला लेके बढ़ मिहनत अउ बेहतर कार्यप्रणाली के हमला संजोग देखे बर मिलिस काबर की पहली फिलिंम ह अतेक धमाल मचाये रहिस ता दूसरा पार्ट म घलो ये छप्पा निर्देशक के मन म रहिस की ये फिलिम ल जोरदार बना के पहली ले बेहतर करे के मन म रहिस.
फिलिम के सुरवात – फिलिम एक गांव ले सुरु होथे की कइसे गांव के मनसे अपन माटी के मया म बँधाएं रथे ओमन शहर जाये के परिकल्पना झटकुन नइ करे काबर की गांव के मनसे परबार के बिच म जीवन – यापन कर गुजारा करना चाहते. कहानी के पात्र किशनलाल ह अपन ददा के जिद्द म रायपुर शहर पोलिस के नवकरी करे ला आथे ओकर ददा के कहना हे की खेती – किसानी म कुछु बाँचे नई येकरे पाय के ओहर अपन बेटा ला नवकरी के डहर पठोथे. किशन लाल के दू बेटा रथे एक उदय बड़का बेटा अउ छोटे कार्तिक दुनो शहर के कालेज म पढ़ाई करथे.
कालेज म रैगिंग प्रथा – जइसे की कालेज म सीनियर मन ह जूनियर मन मे रैगिंग लेथे ये जिनिस ल देखाए गे हे कार्तिक प्रथम वर्ष म रहिस ता ओकर सीनियर दुवारा रैगिग के शिकार घलो होय ल परिस.
वर्तमान राजनितिक दसा के सही परिदृसय – हमर देश के वर्तमान राजनीती दसा ला ये फिलिम म बेहतर ढंग ले उकेरे गे हे कइसे एक राजनेता मंत्री के आघू पढ़े- लिखें आइएएस अउ सरकारी अफसर मन दब के रथे ये फिलिम म बखूबी देखाय गे हे. राजनेता मन आज जनता के आवाज नई बन के अपन आतंक अउ पूरा पैसा जनता मन ले बटोर के अपन घर भरथे अउ जनता ह भोकवा के भोकवा बन जाथे . हर जिनिस म राजनेता ला कमीशन के दरकार होथे ये फिलिम म कार्तिक के माध्यम ले मस्त अभिनय के माध्यम ले उकेरे गे हे.
कोर्ट – कछेरी म झूठा चलन – पहली गीता म हाथ रखे अउ कसम परवाये जाये की जउन बोलहु सत कहु सत के सिवा कछु नई कहव फेर ये जिनिस आज खेल होंगे हावे ज़ब कार्तिक ह मंत्री के लइका तिरन लड़ाई होथे ओकर उपर थानेदार ह मंत्री के रसूख के वजह ले एकतरफा कारवाही कर देथे अउ ओला झूठा केस बना के घलो कोर्ट म पेस करथे मंत्री के वोकील घला फर्जी व झूठा गवाही के दम दिखाथे फेर सत कहे जाथे की झूठ ह एकदिन सत के रूप म बाहिर आ जाथे ओकरे आधार पे कार्तिक बरी हो जाथे ये जगा ले ये हम ला देखे बर मिलिस की मनसे नेता मंत्री अउ रसूखदार मन के आघू दब जाथे।
फिलिम के गाना – फिलिम म मोर छइया भुईया फिलिम के दू गाना ला जस के तस – मोर छइया भुईया अउ टुरी आइसक्रीम खा के फरार होगे तेला जस के तस लेहे गे हे ओकर अलवा लागे हे सोलह साल जवानी हे बेहाल, मोर अचरा के छइहा सजन ता मझनीया बिता ले न, बढ़ घमंड हे टुरी तोला लंदन के पानी म लेकिन बढ़ मजा हे हमरो खपरा अउ छानही मे, होरी गीत संग अन्य गाना म बहुत जोरदार रहिस सुनके कान ला बने लगिस.ये फिलिम के हर गाना मस्त अउ सुघर हे.
फिलिम म कलाकार -मुख्य अभिनेता उदय( मन कुरैशी ) कार्तिक ( दीपक साहू ) अभिनेत्री डाली (एलमा घोष) सुधा ( दीक्छा जायसवाल ) हे एकर आलवा उदय, कार्तिक के माँ के रोल म अंजली साहू किशन साहू के माँ के रोल म सुमित्रा साहू जइसे जाना पहचाना चेहरा मन हे येकर आलवा रजनीश झांझी,मनोज वर्मा, पुष्पेंद्र सिंह, डॉ अजय सहाय, सुरेस गोडाले,प्रदीप शर्मा, छोटे लाल साहू, आलोक मिश्रा, सुनील साहू, क्रांति दीक्छित,शीतल शर्मा जइसे अउ कलाकार मन घला जोरदार अभिनय करे ह संग म अपन रोल ल बखूबी अदा करे हे. फिलिम के छायंकन सिद्धार्थ सिंह अउ गायन सुनील सोनी, कंचन जोशी, गिरवर दास मानिकपुरी येमन करे हे.
फिलिम के कमजोर पहलू -जइसे फिलिम के नाव हे ओसना ओकर असर म कमती दिखिस काबर की भू मंडलिय अउ बउस्वीकरन के प्रभाव के दखल तो फिलिम म देखे बर मिलिस फिलिम तो छत्तीसगढ़ी म हे फेर कतनो जगा हिंदी अउ अंग्रेजी के घलो प्रभाव देखे ल मिलिस ओकर अलावा पहिंरावा घलो वेस्टरन देखे बर मिलिस खास देसी ठेठ के जगा म बाहिरी पहिरावा देखे ल मिलिस.
फिलिम के सकारात्मक पहलू – फिलिम म हर कलाकार के भूमिका जबरदस्त रहिस सतीश जैन जी ह ये फिलिम म नवा कलाकार ला मउका देके छत्तीसगढ़ी नवा कलाकार मन ला उभरे के माउका दिस. जैन जी छत्तीसगढ़ी बर समर्पित मनखे हरे ओकर हर फिलिम म कुछ नवा पन जरूर रथे.फिलिम छत्तीसगढ़ माटी ले पूर्ण रूप ले जुड़े रहिस. ये फिलिम पूरा परिवारिक आय. अश्लीलता अउ फुहड़ता ले बढ़िया दूर हे .लोक संस्कृति अउ छत्तीसगढ़िया ठेठ पन ले सरोकार हे मोर छइयां भुईया 2
मोर बर खास – ये फिलिम मोर बर खास येकर सेती हो जाथे की मोर गांव कसडोल म मोर घर के आघू ये फिलिम के सूटिंग होय हे बांधा तरिया के शिव मंदिर अउ कसडोल के मुख्य मार्ग, कमलेश साहू (राधा प्रेस )के घर के सूटिंग ये फिलिम म होय हे येकर आलवा मोर बड़े भईया समान आलोक मिश्रा जी, कमलेश साहू, साय भईया अउ मोर गांव के संगवारी सुनील साहू के सुगघर रोल ये फिलिम म होय हावे ता ये फिलिम मोर बर अउ खास हो जाथे.
मोर अपील – जम्मो छत्तीसगढ़िया समाज अउ मनसे मन ले अपील हे की छत्तीसगढ़ी भाषा के सम्मान बर अउ बढ़ोतरी बर, लोक कलाकार ला प्रोत्साहित करे बर, अपन भुईया के सम्मान बर सँग म हमर छत्तीसगढ़ी अस्मिता खातिर एक घव परबार सहित फिलिम ल जरूर देखव. ये फिलिम शहर के विभिन्न मल्टीपेलेक्स के अलावा लगभग 60 जगा एक साथ चलत हे.अइसन सुगघर परिवारिक फिलिम बर दादा सतीश जैन सँग ओकर टीम ल बधाई.अभी तक ये फिलिम अतेक झाँझ होय के बावजूद हॉउस फूल चलत हे ये फिलिम के सफलता आय. आघू घला ये फिलिम ह सरलग हॉउस फूल के सँग बहुत बेरा तक चले के कृतिमान स्थापित करे अउ अब तक के सब्बे रिकॉड ला तोड़े येही कामना करत हो.जय जोहार, जय छत्तीसगढ़ी जय छत्तीसगढ़ महतारी.
छत्तीसगढ़ी फिलिम देखे ला जाना हे संगवारी, छत्तीसगढ़ी भाषा ला जस जस तक बगराना हे ।
फिलिम समीक्षक ऋतुराज साहू, अध्यक्ष एम ए छत्तीसगढ़ी छात्र संगठन, रविवि ठिहा – सद्दू – रायपुर मोबाइल -9171649642