छत्तीसगढ

श्रम कल्याण मंडल बना मजदूरों का सहारा, महिलाओं को मिल रही आर्थिक आज़ादी….

रायपुर: छत्तीसगढ़ श्रम कल्याण मंडल अपनी स्थापना काल से ही प्रदेश भर में संचालित श्रम कल्याण केन्द्रों के माध्यम से जहां मजदूरों को मण्डल द्वारा संचालित चौदह योजनाओं का लाभ देता चला आ रहा है, वहीं सिलाई-कढ़ाई प्रशिक्षण के माध्यम से सैकड़ों मजदूर परिवार के महिलाओं को आर्थिक आजादी प्रदान कर चुका है। पिछले दिनों श्रम कल्याण मण्डल के अध्यक्ष श्री योगेश दत्त मिश्रा ने रायपुर व राजनांदगांव जिले में कार्यरत श्रम कल्याण केन्द्रों का दौरा किया। श्रम केंद्रों की समस्याओं से अवगत हुए। जो कमी उन्हें बताए गए, उन्हें एक माह के भीतर पूरा करने का निर्देश विभागीय अधिकारियों को दिया।

श्री मिश्रा ने पिछले छः महीने में प्रशिक्षण प्राप्त बैच को प्रमाण-पत्र वितरित करते हुए कहा कि श्रम कल्याण मण्डल कारखाना, उद्योग, फैक्ट्रियों व 10 या 10 से अधिक नियोजित होने वाले कर्मचारियों के संस्थान में कार्यरत श्रमिकों के सामाजिक सुरक्षा के लिए व्यापक कार्य कर रहा है। मंडल अब तक छात्रवृत्ति योजना के माध्यम से निःशुल्क सिलाई मशीन वितरण योजना, निःशुल्क सायकल वितरण योजना के माध्यम से तथा बीमारी, दुर्घटना व मृत्यु तक की योजना के द्वारा हजारों श्रमिकों को लाभान्वित किया जा चुका है।

मंडल के अध्यक्ष श्री मिश्रा ने कहा कि मजदूर परिवारों का आर्थिक विकास हो, उन्हें सामाजिक सुरक्षा की तमाम योजनाओं का लाभ मिले, इस हेतु मंडल व उसके कर्मचारी प्रयत्नशील हैं। उन्होंने देश के आर्थिक विकास का जिक्र करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी व छत्तीसगढ़ प्रदेश के मुख्यमंत्री श्री विष्णु देव साय देश व प्रदेश को आर्थिक मजबूती की दिशा में कारगर कार्य कर रहे हैं।

हम आज जहां विश्व की चौथी बड़ी आर्थिक महाशक्ति बन चुके हैं, वहीं विश्व की तीन बड़ी अर्थव्यवस्थाओं में भी बहुत जल्दी पदार्पण कर लेंगे। श्री मिश्रा कहा कि 2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने की दिशा में पूरा देश आगे बढ़ रहा है। देश विकसित राष्ट्र की श्रेणी में आ जाएगा तो राष्ट्र के प्रत्येक किसान, मजदूर, गरीब, आम नागरिक सभी को इसका लाभ मिलने लगेगा। यह स्वर्णिम स्वप्न साकार तब होगा, जब देश का प्रत्येक नागरिक प्रधानमंत्री मोदी के इस मिशन को कामयाब करने के लिए कंधे से कंधा मिलाकर साथ खड़ा होगा।

श्री मिश्रा ने प्रशिक्षण प्राप्त कर रही महिला बहनों का आह्वान करते हुए कहा कि जो प्रशिक्षण प्राप्त हुुआ है, उसे अपने जीवन के आर्थिक विकास में लगाएं, अपने परिवार का भरण-पोषण करने के लिए परिवार की आय बढ़ाने के लिए यह आवश्यक है। वे भी कंधे से कंधा मिलाकर परिवार के साथ खड़ी हों, ताकि उनका परिवार आर्थिक रूप से समृद्ध हो, जिससे देश की भी समृद्धि का मार्ग प्रशस्त होगा।

श्री मिश्रा ने इस दौरान रायपुर जिले के उरला, सांकरा, सोनडोंगरी औद्योगिक क्षेत्र में कार्यरत श्रम कल्याण केंद्रों का निरीक्षण किया। वे राजनांदगांव जिले के तुमड़ीबोड, टेडेसरा औद्योगिक क्षेत्र गए, जहां श्रम कल्याण केंद्रों का निरीक्षण उपरांत प्रमाणपत्रों का वितरण किया। इस दौरान उनके साथ मण्डल के कर्मचारी विवेक दुबे, दुष्यंत साहू, गोपाल साहू, नरेंद्र सिन्हा उपस्थित थे।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button