छत्तीसगढ

राज्यपाल रमेन डेका मध्यदेशीय वैश्य महासभा के राष्ट्रीय सम्मेलन में शामिल हुए

बिलासपुर
राज्यपाल रमेन डेका आज बिलासपुर के लखीराम ऑडिटोरियम में आयोजित मध्यदेशीय वैश्य महासभा के राष्ट्रीय सम्मेलन में शामिल हुए। सम्मेलन की अध्यक्षता समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. विमल कुमार गुप्ता ने की। स्थानीय विधायक अमर अग्रवाल भी इस अवसर पर उपस्थित थे। राज्यपाल डेका ने दीप प्रज्ज्वलित कर सम्मेलन का शुभारंभ किया। मुख्य अतिथि की आसंदी से राज्यपाल ने बिलासपुर में राष्ट्रीय स्तर के सम्मेलन आयोजित करने के लिए बधाई दी। उन्होंने व्यापार के साथ-साथ समाज सेवा के कार्यों में अग्रणी भूमिका निभाने के लिए महासभा की सराहना की। उनके सेवा कार्य को अन्य समाज के लिए अनुकरणीय बताया।

          मुख्य अतिथि की आसंदी से राज्यपाल ने कहा कि समाज में नशे की प्रवृति बढ़ना चिंतनीय है।  इसे रोकने के लिए शासन-प्रशासन को कड़े कदम उठाने होंगे। अन्यथा युवा पीढ़ी भटक कर गलत रास्त चुन लेगी। उन्होंने कहा कि दहेज, उपहार, आडंबर के खिलाफ समाज में जागरूकता फैलाना होगा। समाज को इन चीजों को रोकने के लिए आगे आना होगा। उन्होंने कहा कि समाज के लिए मैने क्या किया, इस पर विचार किया जाना चाहिए न कि इस बात पर कि समाज ने मुझे क्या दिया। उन्होंने एक पेड़ मां के नाम पर जारी अभियान के अंतर्गत सभी को सहभागिता निभाने की अपील की। हर आदमी को अपने घर और आस-पास पेड़ लगाकर उनकी सुरक्षा करनी चाहिए। प्रकृति और मानव तथा जीव जन्तुओं के बीच अद्भुत संतुलन है। इस संतुलन को बनाये रखने के लिए हमे अपना योगदान देना चाहिए। उन्होंने टीबी मुक्त अभियान से सभी समाजों को जुड़ने का आह्वान किया। टीबी मरीजों के पोषण आहार के लिए मदद करने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि हमें बड़े-बड़े कामों पर नहीं बल्कि छोटे-छोटे कामों  पर ज्यादा ध्यान देना चाहिए। उन्होंने बदलते समय के अनुरूप अपने आप को ढालने के लिए अनुकूलन पर जोर दिया।

       विधायक अमर अग्रवाल ने बिलासपुर में आयोजित राष्ट्रीय सम्मेलन में आये देश भर के अतिथियों का अभिनंदन किया। उन्होंने कहा कि बैठक में आज समाज की प्रगति और कमियांें को दूर करने के लिए मंथन हुआ है, इसका आगामी दिनों में समाज सहित देश को जरूर लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा कि समाज मजबूत होने पर देश भी मजबूत होगा। मध्यदेशीय वैश्य समाज के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. विमल कुमार गुप्ता ने स्वागत भाषण दिया और प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। उन्होंने कहा कि लगभग सवा सौ साल पुरानी मध्यदेशीय वैश्य महासभा का छत्तीसगढ़ में प्रथम सम्मेलन आयोजित हुआ है। उन्होंने सबके सहयोग और सहभागिता से किये जा रहे सामाजिक सेवा कार्यों से सभा को अवगत कराया और इसे आगे भी जारी रखने का संकल्प दोहराया। समाज के प्रतिभाओं का इस अवसर पर सम्मान भी किया गया। मध्यदेशीय वैश्य महासभा के राष्ट्रीय संगठन मंत्री सुरेश गुप्ता ने अंत में आभार व्यक्त किया।

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