![Economic Revolution in Chhattisgarh: 3216 companies registered in EPFO in one year from Sukma to Raipur](https://breakingaajtaknews.com/wp-content/uploads/2023/04/23_04_2023-epfo_news_2-e1682247793955.jpg)
रायपुर, 23 अप्रैल। Economic Revolution in Chhattisgarh : कोरोनाकाल के बाद प्रदेश में अर्थव्यवस्था तेजी से पटरी पर लौट रही है। छत्तीसगढ़ में आर्थिक क्रांति का अंदाजा इन्हीं आंकड़ों से लगाया जा सकता है कि एक वर्ष के भीतर छत्तीसगढ़ में 3216 संस्थान कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) में पंजीकृत हुए हैं, जिसके बाद प्रदेश में पंजीकृत संस्थानों की कुल संख्या 16 हजार पार हो चुकी है। वित्तीय वर्ष 2022-23 में सबसे ज्यादा 1105 संस्थान रायपुर जिले में पंजीकृत हुए। ना सिर्फ शहरी क्षेत्र बल्कि सुकमा, नारायणपुर, बस्तर, सरगुजा, कांकेर, गरियाबंद, जांजगीर-चांपा आदि इलाकों में नई कंपनियां अस्तित्व में आई।
श्रम मंत्रालय के अंतर्गत नियमों के मुताबिक 20 या इससे अधिक कर्मचारियों के कार्यरत होने पर ईपीएफओ में पंजीयन अनिवार्य है। नए संस्थानों में सूक्ष्म एवं लघु उद्योग, तकनीकी क्षेत्र, प्लास्टिक उद्योग, कंसलटेंसी, मशीनरी, आइटी, एग्रीकल्चर, एग्रीकल्चर स्टार्टअप, एफएमसीजी, और अन्य स्टार्टअप शामिल हैं। ईपीएफओ में पंजीयन के बाद संस्थाओं को नियमित तौर पर अपने कर्मचारियों के पीएफ का पैसा उनके पीएफ खाते में जमा कराना अनिवार्य है। नियमित राशि जमा नहीं होने पर ईपीएफओ द्वारा कार्यवाही किए जाने का भी नियम है।
ईपीएफओ से कर्मचारियों को लाभ
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन एक सामाजिक सुरक्षा योजना है। ईपीएफओ में पंजीयन के लिए संस्था के पास जीएसटी नंबर, वेतन और कर्मचारियों की जानकारी, खरीदी-बिक्री का विवरण आदि की आवश्यकता होती है। पंजीयन के बाद कर्मचारियों को पेंशन, बीमा और अन्य सुविधाएं मिलती है। यूएएन नंबर के आधार पर कर्मचारियों को यूनिक आइडी पासवर्ड मिलता है, जिसके बाद वे अपना पीएफ बैलेंस खुद चेक कर सकते हैं। साथ ही एडवांस की सुविधा मिलती है।
केंद्रीय और राज्य योजनाओं से भी मदद
अधिकारियों के मुताबिक केंद्र और राज्य सरकार द्वारा संचालित विभिन्न योजनाओं में युवाओं को फायदा मिला है। प्रधानमंत्री स्व-रोजगार योजना और मुख्यमंत्री युवा स्व-रोजगार योजना के जरिए कम ब्याज दर पर लोन और सब्सिडी आदि का लाभ मिल रहा है। उल्लेखनीय है कि प्रदेश में नई औद्योगिक नीति 2019-2024 की लांचिग के बाद प्रदेश में राजस्व संग्रहण में भी नया रिकार्ड स्थापित हुआ है।
प्रदेश के प्रमुख जिलों में पंजीकृत कंपनियां
रायपुर में1105, दुर्ग में 456, बिलासपुर में 236, रायगढ़ में 236, कोरबा में 262, जांजगीर-चांपा में 248, सरगुजा में 148, कोरिया में 113, राजनांदगांव में 92, धमतरी में 75, बस्तर में 96, कोंडागांव में 32, सुकमा में 44, नारायणपुर में 17, कांकेर में 40 (आंकड़े ईपीएफओ क्षेत्रीय कार्यालय से मिली जानकारी के मुताबिक)
छत्तीसगढ़ में कुल कंपनियां पंजीकृत– 16392
वित्तीय वर्ष 2022-23 में पंजीकृत-3216
क्षेत्रीय भविष्य निधि आयुक्त (रायपुर), श्रम मंत्रालय के जेएस राय ने बताया कि वित्तीय वर्ष 2022-23 के अंतर्गत छत्तीसगढ़ में एक वर्ष के भीतर 3216 संस्थान रजिस्टर्ड हुए हैं। प्रदेशभर में पंजीकृत संस्थानों की कुल संख्या 16 हजार पार हो चुकी है। सबसे ज्यादा राजधानी में 1105 संस्थान पंजीकृत हुए हैं। बस्तर, सुकमा, नारायणपुर आदि जिलों से भी नए संस्थानों का पंजीयन प्राप्त हुआ है।