छत्तीसगढ

छत्तीसगढ़ की निलंबित IAS रानू साहू और माया वॉरियर की दिवाली जेल में मनेगी, 14 दिन की बढ़ी रिमांड

रायपुर.

डीएमएफ घोटाले में जेल में बंद छत्तीसगढ़ की निलंबित आईएएस ऑफिसर रानू साहू और एक अन्य अधिकारी माया वॉरियर को कोर्ट से राहत नहीं मिली है। रायपुर की प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी की स्पेशल कोर्ट ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है। इसके साथ ही आदिम जाति और अनुसूचित जाति विकास विभाग की उपायुक्त माया वॉरियर भी पांच नवंबर तक न्यायिक रिमांड में रहेगी। यानी इन दोनों ऑफिसर्स की दिवाली अब जेल में ही मनेगी।

ईडी की रिमांड पूरी होने के बाद मंगलवार को रायपुर की स्पेशल कोर्ट ने दोनों आरोपियों को रायपुर सेंट्रल जेल में भेज दिया। डीएमएफ घोटाले में जेल में बंद छत्तीसगढ़ की निलंबित आईएएस ऑफिसर रानू साहू और एक अन्य अधिकारी माया वॉरियर को कोर्ट से राहत नहीं मिली है। रायपुर की प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी की स्पेशल कोर्ट ने उन्हें 14 दिन की न्यायिक रिमांड पर जेल भेज दिया है। इसके साथ ही आदिम जाति और अनुसूचित जाति विकास विभाग की उपायुक्त माया वॉरियर भी पांच नवंबर तक न्यायिक रिमांड में रहेगी। यानी इन दोनों ऑफिसर्स की दिवाली अब जेल में ही मनेगी। ईडी की रिमांड पूरी होने के बाद मंगलवार को रायपुर की स्पेशल कोर्ट ने दोनों आरोपियों को रायपुर सेंट्रल जेल में भेज दिया। इससे पूर्व प्रवर्तन निदेशालय की रायपुर टीम ने डीएमएफ घोटाले में निलंबित आईएएस ऑफिसर रानू साहू को 22 अक्टूबर तक ईडी की हिरासत में सौंपा था। वहीं 15 अक्टूबर को छत्तीसगढ़ सरकार की महिला अधिकारी माया वॉरियर को गिरफ्तार किया था। ईडी ने रानू और अधिकारी वॉरियर को कथित जिला खनिज फाउंडेशन यानि डीएमएफ मामले में गिरफ्तारी किया था। माया वॉरियर 15 अक्टूबर को और रानू साहू को 17 अक्टूबर को कोर्ट में पेश किया गया। इसके बाद कोर्ट ने उन्हें 22 अक्टूबर तक ईडी  की हिरासत में भेजा था। ईडी के वकील सौरभ पांडे ने बताया कि पिछले साल से ईडी की ओर से डीएमएफ मामले में यह पहली गिरफ्तारी थी। सबसे पहले ईडी ने छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र के कई जगहों पर छापेमारी की थी।

रानू साहू की करीबी हैं माया वॉरियर
डीएमएफ घोटाले में ईडी ने कोरबा में आदिवासी विकास विभाग में सहायक उपायुक्त के पद पर पदस्थ माया वॉरियर को गिरफ्तार किया है। उन पर पद पर रहते हुए घोटाले करने का आरोप है। माया वॉरियर वर्तमान में आदिवासी विकास विभाग मंत्रालय में पदस्थ थीं। रानू साहू कोरबा में रह चुकी हैं और वॉरियर रानू साहू की करीबी रही हैं। कोरबा में अपने कार्यकाल के दौरान रानू साहू के ऊपर भी डीएमएफ में गड़बड़ी का आरोप है। वो पहले से ही जेल में हैं। मंगलवार को ईडी माया वॉरियर को पूछताछ के लिए बुलाया था। पूछताछ के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।

कोरबा में कलेक्टर रही हैं रानू
रानू साहू जून 2021 से जून 2022 तक कोरबा में कलेक्टर रहीं। इस दौरान माया वारियर भी कोरबा में पदस्थ थीं। तब डीएमएफ की बड़ी राशि आदिवासी विकास विभाग को दी गई थी, जिसमें घोटाले का आरोप है। इसका प्रमाण मिलने के बाद ईडी ने माया वारियर को गिरफ्तार किया गया है। चर्चा है कि की रकम का बड़ा हिस्सा कमीशनखोरी में खर्च किया गया था।

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