छत्तीसगढ

खनिज संसाधनों के दोहन मामले में 49.51 लाख का लगाया अर्थदंड

कोरबा, प्राकृतिक और खनिज संपदा के मामले में छत्तीसगढ़ का कोरबा जिला काफी समृद्ध है जहां पर व्यापक मात्रा में इन खनिज तत्वों की उपलब्धता मौजूद है। खनिज विभाग को वैध प्रक्रिया से कोयला और अन्य खनिज संसाधनों के दोहन के मामले में 2000 करोड़ से ज्यादा का राजस्व प्राप्त हो रहा है। जबकि गौण खनिज के मामले में कुछ इलाकों में अनियमितता की शिकायतें हैं। वित्त वर्ष 2024- 2025 की शुरुआत अगले 7 महीना में विभाग ने अवैध दोहन, परिवहन और भंडारण से संबंधित मामलों में 49 लाख 51 हजार 409 रुपए की पेनल्टी की है।
जानकारी के अनुसार 1 अप्रैल 2024 से अक्टूबर तक खनिज विभाग के द्वारा कोरबा जिले के अलग-अलग क्षेत्र में इस तरह के 215 प्रकरण बनाए गए और इनमें सरकार की गाइडलाइन के अंतर्गत संबंधित लोगों पर पेनल्टी की गई। खनिज विभाग के अधिकारी ने बताया कि इस अवधि में अवैध रेत दोहन के 10 प्रकरण बनाए गए। इनमें 5 लाख 22 343 रुपए की पेनल्टी की गई। विभाग की जानकारी में लगातार यह बात आई कि अलग-अलग क्षेत्र में अवैध तरीके से रेत का परिवहन किया जा रहा है। इसके लिए ट्रैक्टर हाईवा और अन्य वाहन का उपयोग किया गया। विभाग ने ऐसे 200 प्रकरण तैयार किया और इन पर 33 लाख 81 हजार 275 रुपए का अर्थदंड आरोपित किया। 
खनिज अधिकारी के द्वारा दी गई जानकारी में बताया गया कि अप्रैल से अक्टूबर तक अवैध रेत भंडारण के पांच मामले बनाए गए। चोरी के काम में जुड़े लोगों के द्वारा अलग-अलग स्थान पर नदी नालों से निकल गई रेत को डंप किया गया था। विभाग ने इन प्रकरणों में संबंधित तत्वों पर 10 लाख 47 हजार 861 रुपए की पेनल्टी की है। विभागीय अधिकारी ने बताया कि यह चरणबद्ध कार्यवाही का हिस्सा है और नियमित रूप से मॉनिटरिंग के साथ इस तरह के प्रकरणों में हमारी टीम कार्यवाही करती है। इसे आगे भी जारी रखा जाएगा ताकि गौण खनिज के दुरुपयोग को रोका जा सके और इस प्रकार के कार्यों में लगे हुए लोगों की मानसिकता को हतोत्साहित किया जा सके।

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