छत्तीसगढ़-रायगढ़ में महापौर और कांग्रेस पार्षदों ने किया प्रदर्शन, सरकार के खिलाफ की नारेबाजी
रायगढ़.
रायगढ़ जिला मुख्यालय मे बुधवार की दोपहर नगर निगम की महापौर एवं कांग्रेस के 15 से अधिक पार्षदों ने लम्बे समय से राज्य सरकार के द्वारा महापौर एवं पार्षद निधि से रूपये नहीं देने से नाराज होकर निगम परिसर मे ही एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया इस दौरान नारेबाजी भी की गई। मिली जानकारी के मुताबिक नगर निगम के निर्वाचित पार्षदों को पार्षद निधि नही देने को लेकर आज कांगे्रस के 15 से अधिक पार्षदों ने महापौर जानकी काटजू के नेतृत्व में निगम परिसर में धरना देते हुए जमकर नारेबाजी की।
आंदोलन कर रहे कांग्रेसी पार्षदों ने प्रदेश के मुख्यमंत्री, नगरीय निकाय मंत्री सहित वित्त मंत्री के खिलाफ भी नारेबाजी करते हुए लंबे समय से वार्डो में विकास के लिये सरकार की तरफ से दी जाने वाली पार्षद निधि नही दिये जाने को आरोप लगाते हुए जल्द यह राशि देने की मांग की। वैसे तो रायगढ़ नगर निगम मे कुल 48 वार्ड आते हैं लेकिन आज के कांग्रेस पार्षदों के इस धरना प्रदर्शन मे भाजपा के पार्षद नदारद रहे।
रुके हुए हैं कई विकास कार्य –
बीते एक साल से राज्य सरकार द्वारा पार्षदों को दी जाने वाली पार्षद निधि निगम पार्षदों को नही मिल रही है और अब चुनाव पास आते ही सभी पार्षद इस बात को लेकर सक्रिय हो गए हैं वार्डो में पार्षद निधि से मिलने वाली राशि से कई विकास कार्य किये जाते थे पर अब एक साल से यह राशि नही मिलने से वार्डो में कामकाज नही हो पा रहे हैं।
पहले मार्च-अप्रैल मे ही हो जाती थी जारी –
इस संबंध में निगम महापौर जानकी काटजू ने आरोप है कि आज एक दिवसीय धरना प्रदर्शन पार्षदों के द्वारा किया जा रहा है चूंकि राज्य सरकार के द्वारा अभी तक महापौर निधि के अलावा पार्षद निधि जारी नही की गई है जबकि पूर्व में मार्च अप्रैल में ही कर दी जाती थी। आम जन की जो समस्या होती है उसे इसी निधि के पैसे पूरा किया जाता है। पूरे प्रदेश में महापौर निधि और पार्षद निधि को रोक दिया गया है जिसे शहर विकास विरोधी भी कहा जा सकता है। आने वाले समय में अगर राशि जारी नही की जाती है तो आगे उग्र आंदोलन किया जाएगा।